Thursday, October 15, 2020

औरत का अपमान दुर्गा का सम्मान ,कैसे सफल होगी पूजा ?

 इस तरह तो हर पूजा अधूरी  ही होगी 

     --समझा रही हैं सक्रिय लेखिका कौशल बंधना पंजाबी    

शुभ प्रभात

अलफ़ाज़-ए-अदब ग्रुप से साभार 
मां दुर्गा की पूजा कीजिए मगर औरत को मां ने अपना रूप प्रदान किया है,,उसकी भी इज्जत करना सीखिए, नहीं तो हर पूजा अधूरी है,,,बेशक पूर्व में या वर्तमान में यदि कोई भी पापकर्म किया औरत को गंदी नज़र से देखा। कोई कुकर्म किया या करने की धारणा रखी।या किसी से धोखा किया अपनी गंदी भावनाओं की शांति हेतु।

तो पहले तोबा करो उन कर्मों से जो कर लिए आजतक।तभी दुर्गा सफ़ल होगी उन मर्दों की जो दुर्गा पूजा तो दिल से करते हैं मगर पराई औरत को थाली का निवाला समझते हैं या फिर कुछ मनचले औरतों अथवा लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाते हैं।

कुछ लोग रेप जैसी घटनाओं को अंजाम देकर भी मां दुर्गा के समक्ष पूजा करने का साहस करते हैं। कुछ दुनिया से छुपकर अच्छे आचरण तले छुपकर औरतों लड़कियों पर अपनी गंदी भावनाओं को प्रेम जाल में फंसाकर धोखा देकर भी मां दुर्गा के समक्ष पूजा करने का साहस करते हैं।

आए दिन रेप केस हो रहे यह कुंठित धारणाएं पता नहीं कैसे उत्पन्न होती होंगी और मर्द की रूह नहीं कांपती इनको धारणाओं को अंजाम देते।

मगर मां तो मां है सज़ा किसी रूप में अपने हिसाब से देती होगी ।प्रत्येक घर में मां बहन बेटी है तो मां दुर्गा की पूजा से पहले उसके प्रकोप का ध्यान भी रखिए यदि आपको सद्कर्म का फल मिलता है तो दुष्कर्म की सज़ा भी तय है।

समझिए सोचिए आपकी भावनाएं आपका आचरण किसी की रूह को ठेस ना पहुंचाए आपके कर्म आपके आगे इस तरह ना आए कि आपके परिवार में वही हो जो आपने पूर्व में किया। मां तो फल देगी ,,,,अच्छा या बुरा आपके कर्म तय करेंगे।

कहने का तात्पर्य बस इतना कि दुर्गा पूजा कीजिए अपनी सोच सुधारकर और गलतियों से तौबा कर ‌।औरत की इज्ज़त कीजिए मंदिर में बिठाकर ही नहीं मन में बिठाकर भी।हर औरत को थाली का निवाला मत समझिए।

जब गंदी भावनाएं आएं तो एक बार अवश्य सोचिए

कि आपके घर में मां,बहन बेटी भी है जो आप किसी गैर के लिए सोच कर रहे उनके साथ भी कल घट सकता है।

और आपको नवरात्री पूजन भी करना है किस मुंह से मां के समक्ष जाओगे क्या बोल पाओगे मां से जो दुनिया में तुमने अपना रूप दिया औरत उसी के साथ मैंने ग़लत किया।

धन्यवाद दुर्गा पूजा कीजिए परन्तु बाद में भूल मत जाना कि औरत मां का बनाया उसी का एक रूप है। पराई औरतों को भी मान सम्मान देना सीखिए।तभी आपकी दुर्गा पूजा सफ़ल होगी। --कौशल बंधना पंजाबी

(तेज़ी से उभतरि और तेज़ी से विकसित हो रहे "अलफ़ाज़-ए-अदब" ग्रुप से साभार) इस ग्रुप की एडमिन हैं सुश्री बेनु परवाज़, इरादीप त्रेहन, नीलू बग्गा लुधियानवी और अन्य। 

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