Sunday 18th August 2024 at 12:18 AM
इसके साथ ही दिया गया महिलाओं को सशक्त रहने का सुझाव
दुष्कर्मों की ख़बरों ने देश को हिला कर रख दिया है। दुनिया भर में इसकी चर्चा भी है। कुछ ज़्यादा पीछे न ही जाएं तो बात है 6 दिसंबर 2012 की जब निर्भया कांड की। उस कांड पर जितनी चर्चा हुई और जितने आंसू बहाए गए लेकिन वह सब कुछ मोमबत्तियां जलाने तक सीमित हो कर रह गया। न इस तरह की घटनाएं रुकीं और न ही लड़कियां और महिलाएं कभी सुरक्षित हो सकीं। निर्भया कांडा के बाद और भी जघन्य कांड हुए।
अब कोलकाता तो ऐसी शर्मनाक वारदातों की शिखर बन के सामने आया है। अत्यंत शर्मनाक बात यह भी कि कोलकाता वाली इस वारदात के बाद भी कई जगहों पर इसी तरह की वारदातें होने की खबरें आईं हैं। सुबह अख़बार देखने से भी मन घबराता है। घर से बाहर कामकाज के लिए गईं हुईं बहु बेटियां जब तक घर नहीं लौट आतीं तब तक दिल दिमाग से चिंता नहीं हटती। इन सभी का गहरा असर पड़ा नारी मानसिकता पर। शायरी और कला क्षेत्र से जुडी महिलाएं दिल दिमाग से आंदोलित भी हुईं लेकिन इसकी शक्ति और क्षमता नारी के पास कभी नहीं आई कि वह ऐसे तत्वों को सबक सिखाने वाले कानून बनवा सके या उन्हें लागू करवा सके। ऐसे में केवल कविता ही एक हथियार बचा था। उसका इस्तेमाल शायरी करने वाली महिलाओं ने बहुत अच्छे ढंग तरीके से किया भी।
दिन शनिवार को चंडीगढ़ महिला काव्य मंच ने स्वतंत्रता दिवस के आह्वान पर एक कवित्री सम्मेलन का आयोजन सेक्टर 21 पंचकूला के हाउस नंबर 419 में श्री मोहित गर्ग कृष्णा गोयल एडवोकेट्स के घर पर किया। इस मौके पर बहुत सी और नामी ग्रामी महिलाएं भी शामिल हुईं।
इस यादगारी कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पंचकुला उपाध्यक्ष रेणु अब्बी के सरस्वती वंदना से हुई जिस के बाद शहीदों को नमन करके बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर शोक प्रस्ताव पास किया गया। कोलकाता की लेडी डॉक्टर की निर्मम हत्या पर सभी ने खेद व्यक्त किया।
संगठन के संरक्षक डॉक्टर नरेश नाज़ ने महिलाओं को जागृत वा सावधान रहने का संदेश दिया। प्रोफेसर सुदेश मोदगिल नूर, जापान की महिला मंच की अध्यक्ष मुख्य मेहमान ने महिलाओं को फिजिकली सशक्त होने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
ट्राई सिटी ब्रांच की अध्यक्षा सुनीता गर्ग ने मंच का संचालन बहुत मनमोहक ढंग से करते हुए आपसी भाईचारे से मजबूत सामाजिक स्थिति की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करवाया। ऑर्गेनाइजर कृष्णा गोयल ने सभी महिलाओं को अपने लिए लाइसेंस समेत सुरक्षा यंत्र रखने का सुझाव दिया। मंजू चौहान चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मंच अध्यक्ष , सीमा शर्मा हरियाणा अध्यक्ष, डॉक्टर ज्योति शर्मा शिक्षा मंच अध्यक्ष, संगीता कुंद्रा चंडीगढ़ मंच अध्यक्ष, गरिमा रेनू अब्बी पंचकूला मंच अध्यक्ष समेत गुरविंदरजीत कौर, डॉक्टर सुनीत मदान, विमला गुगलानी, मंजू खोसला, सीता श्याम, कुसुम धीमान दर्शना सुभाष पाहवा, पूजा गर्ग, पुष्पा हंस, संगीता पुखराज संगीता शर्मा, सरोज चोपड़ा आशा रानी सभी कवित्रियों ने महिलाओं को अपनी रक्षा के लिए समर्थ रहने के लिए कविताएं पढ़ी। वंदे मातरम के नारों के साथ इस गोष्ठी का समापन हुआ। इस गर्मजोश महिला काव्य गोष्ठी से आनंदित हो सभी ने इसकी भूरी भूरी प्रशंसा की।******
कृष्णा गोयल,महिला मंच उपाध्यक्ष,पंचकुला ट्राइसिटी,पूर्व ज्वाइंट रजिस्ट्रार
No comments:
Post a Comment