पर हमीं वो सुन न पाए; जो मोहब्बत ने कहा था !
मिल जाये मुस्कान कोई;
मौत का वरदान कोई।
देख ले कुछ दर्द मेरे;
काश अब भगवान कोई।
भरम है भगवान का भी;
यूं ही डर शैतान का भी।
मन शिवाला बन गया है;
डर है पर अहसान का भी।
दिल के अंदर वेदना है;
और ज़रा सी चेतना है।
खेल भी अब सामने है;
पर किसे अब खेलना है !
आ रहा हर पल बुलावा;
छोड़ दे दुनिया छलावा;
तोड़ भी डाले ये बंधन;
इक तेरी चाह के अलावा ...!
सोचता हूँ चल पड़ें अब;
उस तरफ भी हैं मेरे सब।
कोई न लौटा वहां से;
देखते हैं कब मिलें अब !
ज़िंदगी ने जो कहा था;
मौत ने भी सुन लिया था।
पर हमीं वो सुन न पाए;
जो मोहब्बत ने कहा था।
---रेक्टर कथूरिया
(19 जून 2018 की रात को करीब 10:55 बजे)
साभार चित्र |
मौत का वरदान कोई।
देख ले कुछ दर्द मेरे;
काश अब भगवान कोई।
भरम है भगवान का भी;
यूं ही डर शैतान का भी।
मन शिवाला बन गया है;
डर है पर अहसान का भी।
दिल के अंदर वेदना है;
और ज़रा सी चेतना है।
खेल भी अब सामने है;
पर किसे अब खेलना है !
आ रहा हर पल बुलावा;
छोड़ दे दुनिया छलावा;
तोड़ भी डाले ये बंधन;
इक तेरी चाह के अलावा ...!
सोचता हूँ चल पड़ें अब;
उस तरफ भी हैं मेरे सब।
कोई न लौटा वहां से;
देखते हैं कब मिलें अब !
ज़िंदगी ने जो कहा था;
मौत ने भी सुन लिया था।
पर हमीं वो सुन न पाए;
जो मोहब्बत ने कहा था।
---रेक्टर कथूरिया
(19 जून 2018 की रात को करीब 10:55 बजे)
Wah wah kmaaal hai
ReplyDeleteAap bhi likhte ho aaj pta chala
Ur poem is selected
शुरुआत लिखने से ही हुई थी---नज़्म-ग़ज़ल--मिनी कहानी, रेडियो ड्रामे, टीवी स्क्रिप्ट---लेकिन खबरों की भागदौड़ में खुद का पता भी भूल गया---
Deleteसाहित्य रचना स्कून देती है लेकिन पत्रकारिता रात की नींद भी छीन लेती है बहुत कुछ और भी---दोनों के दवंद्व में साहित्य रचना बचा पाना नामुमकिन सा तह ालेकिन आप जैसी शख्सियतों के आयोजनों ने यह करिश्मा कर दिखाया
आप ने रचना पसंद की---इससे होंसला हुआ--उत्साह भी बढ़ा---
--रेक्टर कथूरिया (99153-22407)Ludhiana
बहुत बढिया। उम्मीद है आगे भी आपकी रचनाएँ पढने को मिलेगी।
Deletebahut sateek kaha Rector ji
ReplyDeleteआदरणीय कथूरिया जी
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत और दिल को छू लेने वाली रचना। मुझे बहुत पसंद आई।
सादर
बहुत बहुत शुक्रिया जी---
Deleteबहुत ही बेहतरीन रचना
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद जी---
Deleteबहुत खूबसूरत भावाभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteआपके शब्दों से और प्रेरणा मिलेगी--
Deleteबहुत सुन्दर भाव और अल्फाज लिखते रहिए मन के सुकून के लिए
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