Wednesday, February 14, 2024

तहज़ीब द्वारा 16 वां राष्ट्रीय मुशायरा 18 फरवरी को

Wednesday:14th February 2024 at 13:02 

इस मुशायरे में शिरकत कर के  सकेंगे बहुत सी अनमोल यादें 


लुधियाना
: 14 फरवरी 2024: (छाया शर्मा//हिंदी स्क्रीन डेस्क):: 

बाग़ में धीमी-धीमी चलती हवा पौधों को झूमने लगा देती है और फूलों से ख़ुशबू लेकर दूर-दूर तक फैला देती है। यही हवा सोये हुओं को जगाने का काम भी करती है। लुधियाना के 16वें कुल हिंद मुशायरे में शायरी की कुछ ऐसी ही हवा चलने वाली है। 

ख़ास और ख़ूबसूरत बात ये है कि इस मुशायरे में शिरकत कर रहे सभी शायर इसी मंद-मंद चलने वाली पुरवाई के नुमाईंदा शायर हैं। आपकी शाइरी, सुनने वालों के ज़ह्न से होते हुए सीधा दिल में जगह बना लेती है। तहज़ीब द कल्चर ऑफ लव सोसाइटी को ये शरफ़ हासिल हुआ है कि लुधियाना शहर के सुख़न फ़हम लोगों को ऐसे बेहतरीन शायरों से रू-ब-रू किया जाए।

तो आइये 18 फ़रवरी, इतवार को शाम 4:30 बजे नेहरू सिद्धांत केंद्र, फ़िरोज़ गाँधी मार्केट लुधियाना में इस शानदार मुशायरे का लुत्फ़ उठाने के लिये। मुशायरा की तैयारी संबंधी एक एग्जीक्यूटिव मीटिंग विवेकानंद मेडिटेशन पिरामिड में रखी गई जिसमें अनिल भारती, मुकेश आलम,प्रोफेसर सुरेंद्र खन्ना, अशोक धीर, राकेश खरबंदा, छाया शर्मा, मनीष कक्कड़ व राजेंद्र शर्मा उपस्थित थे।

इस बार भी यह मुशायरा ऐतिहासिक साबित होगा और हर बार की तरह इस बार भी अपनी बहुत सी यादें छोड़ जाएगा। इसमें आप बहुत से जानेमाने शायरों को बहुत नज़दीक से देख सुन सकेंगे और उनके अंदाज़ कॉमन में बसा सकेंगे। 

गौरतलब है कि यह मुशायरा कुछ बहुत ही गहरी यादों के सिलसिले को आगे बढ़ाता है। दिल से जुडी यादें। दोस्ती से जुडी यादें। करीब 17  बरस पहले जनाब मुकेश आलम साहिब के एक मित्र हुआ करते थे सुखबीर टोनी साहिब। बहुत ही मिलनसार और संवेदनशील इंसान। उनका होना बहुत से लोगों की ज़िन्दगी के लिए बेहद ज़रूरी भी था।शायरी के लिए भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहती। 

16 फरवरी 2019 के मुशायरे की एक यादगारी तस्वीर 

लेकिन अचानक एक वज्रपात हुआ और होनी हो के ही रही। उनका साथ हम सभी के साथ टूट गया। मौत ने उन्हें हमसे छीन लिया। उनकी याद में मुकेश आलम सहिब और अन्य दोस्तों ने इस मुशायरे की शुरुआत की। तब से मुशायरे का यह सिलसिला लगातार जारी है।

आखिर में जनाब राकेश खरबंदा जी के शब्दों में भी कुछ शब्द/कुछ पंक्तियां:

जिस पत्थर पर बैठ के मैंने याद किया था तुमको

आ कर देखो लोग उसे अब मंदिर बोल रहे हैं

प्यारे दोस्त सुखबीर टोनी की पाकीज़ा और लाफ़ानी याद में Tehzeeb - The Culture of Love की जानिब से लुधियाना का शानदार कुल-हिन्द मुशायरा 

👉इतवार, 18 फ़रवरी 2024 को शाम 4:30 बजे होने जा रहा है👈

आइए 'सुखबीर टोनी' की रूहानी शख़्सियत से मुलाक़ात करते हैं ❤️❤️

स्थान- नेहरू सिद्धांत केन्द्र, फ़िरोज़ गाँधी मार्केट, पक्खोवाल रोड, लुधियाना

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